फगवाड़ा के रतनपुरा स्थित एक मंदिर को कथित तौर पर खालिस्तानी अलगाववादी ग्रुप की ओर से मिले धमकी पत्र को संवेदनशील मामला बताते हुए शिव सेना बाल ठाकरे के प्रदेश महासचिव गुरदीप सिंह सैनी, फगवाड़ा सिटी प्रधान रमन शर्मा तथा युवा सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष रुपेश धीर ने कहा कि प्रशासन इस धमकी भरे पत्र को किसी शरारती तत्व की कारगुजारी बता कर लापरवाही न बरते और मामले को गंभीरता से ले क्योंकि कुछ समय पहले ही पटियाला स्थित काली माता मंदिर को खालिस्तानियों द्वारा निशाना बनाया जा चुका है। जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तभी से खालिस्तानी ताकतें सक्रिय हो चुकी हैं और खूफिया तंत्र द्वारा भी यह बात कही गई है कि पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आई.एस.आई. के-2 यानि कश्मीर और खालिस्तान मूवमैंट को दोबारा से पुनर्जीवित करने जा रही है। अत: फगवाड़ा के हिन्दू धर्मस्थलों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। यदि किसी हिन्दू धर्मस्थल को निशाना बनाया गया तो यह पंजाब के हिन्दू समाज को ललकारने की चुनौती माना जाएगा। गुरदीप सैनी ने कहा कि देश भर में जो माहौल समुदाय विशेष के लोगों को भडक़ा कर इस समय बनाया जा रहा है उसे देखते हुए किसी भी धमकी को अन्देखा नहीं किया जाना चाहिए अत: वे पुलिस तन्त्र सहित पंजाब व केन्द्र की सरकारों से मांग करते हैं कि इस धमकी भरे पत्र के पीछे जो भी ताकतें हैं उनका पर्दाफाश हो और दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे डाला जाए क्योंकि अब किसी भी मन्दिर को निशाना बनाना हिन्दू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।